सुमित, सितम्बर 26 -- Cyber Fraud: बिहार के ग्रामीण इलाकों में चोरी का नया तरीका सामने आया है। ऐसे अपराधी सीधे लोगों की नकदी या आभूषण नहीं, बल्कि उनकी बायोमेट्रिक पहचान चुरा रहे हैं। ये साइबर अपराधी आयुष्मान व राशन कार्ड बनाने के नाम पर सुविधा केंद्र और फर्जी शिविर लगाकर आम लोगों का बायोमेट्रिक पहचान जैसे आधार कार्ड, हाथों की अंगुलियों और आंखों की पुतलियों को चुरा रहे हैं। ईओयू की जांच में इसका खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच में पता चला है कि राज्य के कई जिलों में संगठित गिरोह आयुष्मान या राशन कार्ड आदि बनवाने के नाम पर फर्जी शिविर लगा कर आम लोगों की बायोमेट्रिक पहचान क्लोन (नकल) कर ले रहे हैं। इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) या टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (टीएसपी) का भी सहयोग लिया जा रहा है। फिर इन बायोमेट्रिक डाटा को वे...