मैनपुरी, मई 26 -- अहिरवा जमीन घोटाले में बर्खास्त किए गए लेखपाल ने प्रमुख सचिव को शिकायती पत्र लिखा तो प्रमुख सचिव ने मामले की जांच करके निस्तारण करने के आदेश जारी कर दिए हैं। ये मसला भोगांव तहसील क्षेत्र का ही नहीं बल्कि जनपद के राजस्व अभिलेखों में हेरफेर का सबसे बड़ा मामला है। अहिरवा ग्र्राम पंचायत में एक हजार बीघा से अधिक जमीन बिना किसी अधिकारी के आदेश के ही सीधे अभिलेखों में दर्ज करवा दी गई। खुलासा हुआ तो कई कर्मचारियों पर गाज गिरी। जमीन के मालिक बने ग्रामीणों पर भी कार्रवाई की गई। इस घपले में आरोपी बनाए गए बर्खास्त लेखपाल प्रदीपेंद्र सिंह ने प्रमुख सचिव पी. गुरु प्रसाद को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया कि पांच साल पहले तत्कालीन तहसीलदार ने सात लेखपाल, तहसील के आरके और 50 से अधिक लोगों के खिलाफ भोगांव तहसील में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज ...