अहमदाबाद, जुलाई 9 -- बीते 12 जून को देश के इतिहास के सबसे भयानक विमान हादसों में से एक हादसा हुआ। इस हादसे में 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जब हादसा हुआ तो इस विमान में यात्रा कर रहे लोगों के परिजनों की बस यही उम्मीद थी कि उनके परिजन बच जाएं, लेकिन ऐसा सिर्फ परिवार के साथ हुआ, ज्यादातर परिवारों को निराशा हाथ लगी। हादसे के बाद लोगों को अपने परिजनों के शवों का इंतजार था। कई घंटों के बाद डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव लोगों को सौंपे गए। लेकिन कुछ लोगों के शवों के कुछ भाग घटनास्थल पर रह गए थे। इन बचे हुए अवशेषों का अंतिम संस्कार गुजरात सरकार ने किया है। दरअसल अहमदाबाद प्रशासन ने घटनास्थल का सर्वेक्षण करने के बाद शवों के कई भाग बाद में बरामद किए थे। इस दौरान उनकी मिले हुए डीएनए से पहचान हो गई। पहचान होने के बाद गुजरात सरकार ...