शामली, अक्टूबर 14 -- थानाभवन। पाँच दिवसीय सनातन सत्संग ज्ञान यज्ञ का समापन बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ आचार्य सुशील चन्द्र बलूनी जी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस पावन अवसर पर तीन महत्वपूर्ण प्रवचनों का संयोजन हुआ, जिसमें शक्ति, भक्ति और ज्ञान का अद्भुत संगम देखने को मिला । सोमवार को कार्यक्रम की शुरुआत माता महिषासुर मर्दिनी की कथा से हुई। इस कथा में यह संदेश दिया गया कि धर्म की अधर्म पर सदैव विजय होती है और अहंकार, अत्याचार तथा अन्याय का अंत अंततः दैवी शक्ति ही करती है। कथा व्यास ने बताया कि नारी केवल पालनहार ही नहीं, बल्कि धर्म की रक्षा करने वाली शक्ति भी है। इसके पश्चात्, माता अन्नपूर्णा पर विस्तृत प्रवचन प्रस्तुत किया गया। आचार्य जी ने समझाया कि माता अन्नपूर्णा करुणा और पालन की प्रतीक हैं। उन्होंने यह संदेश दिया कि "अन्नं ब्रह्मे...