ललितपुर, दिसम्बर 3 -- ललितपुर। 'मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।' अस्सी प्रतिशत दृष्टि बाधित बेबी राजपूत पर उक्त पंक्तियां फिट बैठती हैं। कम दिखाई देने के बावजूद वह लॉग बाल खेल में पारंगत हैं और अप्रैल 2025 में दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता के साथ उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया था। मूलरूप से जखौरा ब्लाक स्थित ग्राम पंचायत सतगता में रहने वाली बेबी राजपूत पत्नी शैलेंद्र सिंह राजपूत मौजूदा समय में नेहरू नगर में निवास कर रहे हैं। बेबी का मायका बिरधा ब्लाक स्थित ग्राम करीसा में हैं। उनके पिता चंद्रभान सिंह राजपूत खेती किसानी करते हैं और मां पार्वती गृहणी हैं। दो वर्ष की उम्र में बेबी के माता पिता को मालूम हुआ कि उनकी बिटिया को कम दिखाई देता है। चिकित्सकों ने उनको अस्सी प्रति...