लखनऊ, सितम्बर 24 -- उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के अध्यक्ष डा. आरपी सिंह ने कहा कि बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का अनुपालन केवल कानूनी दायित्व नहीं, बल्कि मानवीय व नैतिक जिम्मेदारी भी है। संक्रमणकारी, विषैले या साइटोटॉक्सिक कचरे का गलत निपटान स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। प्रत्येक अस्पताल एवं नर्सिंग होम को सही तरीके से कचरे का वर्गीकरण, विभिन्न रंगों के डस्टबिन का सही प्रयोग और उपचार की निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। उन्होंने यह बातें बोर्ड के मुख्यालय में कॉमन बायो-मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटीज को लेकर स्वास्थ्य सेवा प्रतिनिधियों के साथ एक इंटरैक्टिव सेशन के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि अस्पतालों और नर्सिंग होमों में कचरे का सही वर्गीकरण और निपटान न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है, ...