मुंगेर, मई 9 -- मुंगेर, निज संवाददाता । सरकार अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करती है। परंतु सदर अस्पताल में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है। जिसका उदाहरण बुधवार की शाम देखने को मिला। दरअसल प्रसव कराने अस्पताल पहुंची एक गर्भवती महिला 8 घंटे तक प्रसव पीड़ा से छटपटाती रही। नर्स द्वारा सीजेरियरन से प्रसव की बात कही गई, लेकिन सिजेरियन करने वाली महिला चिकित्सक ड्यूटी पर मौजूद नहीं थी। अस्पताल प्रबंधक व उपाधीक्षक के बुलाने पर भी डाक्टर स्वाति अट्रोलिया अस्पताल नहीं पहुंची। रात 11 बजे तक सिजेरियरन नहीं होने पर परिजन हंगामा करने के बाद गर्भवती को निजी नर्सिंग होम ले गए। जहां महिला का सिजेरियन से प्रसव हुआ। जानकारी के अनुसार बेगूसराय के पचवीर निवासी मो. मीर कासिम की पत्नी शाइना प्रवीण को परिजन प्रसव पीड़ा ह...