गढ़वा, अगस्त 19 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। आवारा कुत्तों का आतंक गांव से शहर तक है। उससे लोग खासा परेशान हैं। आवारा कुत्ते अधिकतर बच्चों और मवेशियों को अपना शिकार बनाते हैं। आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन या नगर परिषद प्रशासन की ओर से अबतक कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। आवारा कुत्तों के आतंक का अंदाज इस बात से लगा सकते हैं कि हर महीने औसत एक हजार से अधिक कुत्ता काटने से घायल लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। हर दिन औसतन 50-60 मरीज कुत्ता काटने के बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं। आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पिछले दो माह से प्रतिदिन सदर अस्पताल में 50-60 कुत्ते काटने के शिकार लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। कुत्ता के काटने के मामले बढ़ने और मरीजों की संख्या इतनी अधिक बढ़ गई है कि सदर अस्पताल में एंटी र...
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