दुमका, जून 25 -- दुमका। दुमका के फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था के बारे में झारखण्ड दान-पत्र वासिंदा संघ के संरक्षक देवेंद्र पोद्दार ने चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस अस्पताल में इलाज के अभाव में रोगियों को अपनी जान गंवानी पड़ती है, खासकर रात में जब केवल एक डॉक्टर उपलब्ध होते हैं। यह अस्पताल मेडिकल कॉलेज अस्पताल होने के बावजूद गंभीर बीमारियों का इलाज नहीं कर पाता और अधिकांश मामलों में रेफरल अस्पताल की तरह काम करता है। संघ ने सरकार से इस मुद्दे पर ध्यान देने का आग्रह किया है। देवेंद्र पोद्दार का कहना है कि जब कश्मीर से धारा-370 हटाया जा सकता है, तो संताल परगना से एसपीटी एक्ट क्यों नहीं हटाया जा सकता। संघ इस मुद्दे पर लगातार संघर्षरत है और सरकार से इस पर ध्यान देने की अपील करता है।

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