मुरादाबाद, सितम्बर 20 -- मुरादाबाद। स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, शराब आदि का नशा करने से पीड़ित मरीजों को भर्ती करके इलाज देने की सहूलियत भी दिलाए जाने को कार्रवाई शुरू की गई है। मुरादाबाद में मंडलीय जिला अस्पताल प्रशासन ने एडिक्शन ट्रीटमेंट वार्ड के लिए जगह का इंतजाम कर लिए जाने का हवाला देकर एम्स को प्रस्ताव भेजा है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत एम्स के अधीन मुरादाबाद के जिला अस्पताल में साल भर पहले एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (एटीएफ) का संचालन शुरू किया गया था। जिसमें ओपीडी के तौर पर नशा पीड़ितों का इलाज दवा व काउंसलिंग से किया जा रहा है। एटीएफ के काउंसलर विकास भटनागर व डाटा मैनेजर विनीत यादव ने बताया कि नशे की लत से पीड़ित कुछ मरीजों की हालत काफी खराब होने के चलते उन्हें भर्ती कराए जाने की जरूरत महसूस हो रही है।...