एटा, दिसम्बर 1 -- वृद्धावस्था में सहारा बनने के बजाए घरवालों ने उन्हे बेसहारा कर दिया। तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती वृद्ध अपनों के आने का इंतजार करता रहा। कोई भी अस्पताल में देखने नहीं पहुंचा। इलाज के वृद्ध ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि वृद्ध ने मोबाइल नंबर बताया उस पर नंबर पर कॉल भी की गई। किसी ने भी कॉल नहीं उठाई। इससे पहले किसी ने भी संतोषजनक जबाव भी नहीं दिया। पीआई के माध्यम से पुलिस को सूचना दी गई। थाना सकीट के गांव बख्शीपुर निवासी राजू (65) को तीन दिन पहले सांस फूलने पर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी लाया गया था। एंबुलेंस की मदद से वृद्ध को मेडिकल कॉलेज लाया गया। इनके साथ कोई भी नहीं था। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो घरवालों का मोबाइल नंबर दिया। इस पर कई बार कॉल की गई। बताया जा रहा है कि पहले कॉल उठाने पर किसी ने सही जबाव नहीं दिया। क...