अलीगढ़, नवम्बर 20 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज सीरम की किल्लत लगातार गहराती जा रही है। कुत्ता, बंदर या अन्य जानवरों के काटने पर गंभीर घायलों को घाव पर लगाए जाने वाला यह विशेष सीरम उपलब्ध नहीं है। जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर भी स्थिति समान है। ऐसे में चिकित्सक केवल एंटी रैबीज इंजेक्शन के भरोसे ही इलाज आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन गंभीर घावों वाले मरीजों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल पा रही। ऐसे में मरीज बाजार पर निर्भर हैं। सीरम की आपूर्ति सीधे शासन स्तर से होती है। सीरम की कमी से खासकर वे मरीज प्रभावित हैं जिन्हें गहरे, खुरदरे या चेहरे-हाथ जैसे संवेदनशील स्थानों पर काट लिया गया हो। सामान्य इंजेक्शन घाव के आसपास वायरस को रोकने में उतना सक्षम नहीं माना जाता, इसलिए सीरम का उपयोग अनिवार्य होता है। नोडल अधिकारी ड...