नई दिल्ली, जुलाई 16 -- अस्पतालों द्वारा मनमाने तरीके से मरीजों से बिल वसूले जाने के मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार स्वास्थ्य देखभाल नियामक लाने पर विचार कर रही है। इसको लेकर जल्द ही राज्यों के साथ चर्चा होगा। उसके बाद नियामक का मसौदा तैयार किया जाएगा। यह नियामक सुनिश्चित करेगा कि हर श्रेणी के इलाज खर्च में समानता हो और बीमा पॉलिसी और अपने जेब नगद खर्च कर इलाज कराने वाले मरीजों के लिए एक से मापदंड अपनाए जाएं। इससे आम आदमी और बीमा कंपनियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। सूत्रों का कहना है कि वित्त मंत्रालय ने नियामक को लेकर चर्चा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख है, जिससे कि नियामक का मसौदा तैयार किया जा सके। मौजूदा समय इलाज खर्च को लेकर आम आदमी से लेकर बीमा कंपनियों की तरफ से तमाम सारी शिकायतें है। देश भर के अस्पतालों द्वारा उन मर...