सिमडेगा, मई 6 -- सिमडेगा, प्रतिनिधि। सीएस डॉ रामदेव पासवान ने कहा कि अस्थमा के अटैक से बचने के लिए हमेशा अपनी जेब में इनहेलर रखना चाहिए। धूल व प्रदूषित वातावरण से बचाव के लिए घर से बाहर कम ही निकला जाए तो बेहतर रहेगा। उन्होंने कहा कि अस्थमा रोगियों को प्रदूषित वातावरण ज्यादा प्रभावित करता है। यह एक प्रकार का एलर्जी से होने वाला रोग है। किसी को धूल या प्रदूषित वातावरण से एलर्जी होती है तो इसका सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि लोगों को अस्थमा से बचने के लिए जागरूक होना चाहिए। अस्थमा होने पर मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है। अस्थमा किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। सीएस ने कहा कि कई मरीज ऐसे हैं, जो बीमारी होने के काफी समय बाद आते हैं, जिससे उनके इलाज में मुश्किल होती है। यदि किसी मरीज को अस्थमा के शुरुआती लक्षण दिखाई दें तो...