नई दिल्ली, अप्रैल 8 -- अस्थमा के मरीजों की सही पहचान के बाद कारगर इलाज ईडीएन यानिइओसिनोफिल डिराइव्ड न्यूरोटोक्सिन जांच के बाद हो सकता है। दून मेडिकल कॉलेज के बॉयोकेमेस्ट्री विभाग की पीजी चिकित्सक कोलकाता निवासी डॉ. मनस्विनी चौधरी द्वारा 84 मरीजों पर किए गए शोध में यह तथ्य सामने आए हैं। इसमें अस्थमा मरीजों के सही डाइग्नोस के लिए ईडीएन जांच को सटीक माना है। उन्होंने 42 ब्रोन्कियल अस्थमा और 42 सामान्य मरीजों पर अध्ययन किया। इस शोध में गाइड पूर्व एचओडी डॉ. जेबी गोगोई, को गाइड डा. सुनीता डी सिंह एवं को गाइड एचओडी टीबी चेस्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल रहे। पूरे शोध का सुपरविजन एचओडी डॉ. राजीव सिंह कुशवाह द्वारा किया गया। सामान्यत ईओसिनोफिल काउंट, सीआरपी और आईएल छह जांच के आधार पर मरीजों का इलाज किया जाता है। सामान्य खांसी, जुकाम, बुखार में भी ये पॉजिटि...