फतेहपुर, अक्टूबर 27 -- फतेहपुर। मनरेगा श्रमिकों को सौ दिनों का रोजगार दिलाने में ब्लॉकों की करतूते उजागर हुई है। दो ब्लॉकों में मजदूर काम को तरसे तो अन्य में भी काम से दूर रखा गया। एमआईएस रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष का अधूरा लक्ष्य देख अफसरों ने नाराजगी जताई। एक माह का समय देते हुए मनरेगा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिले में करीब साढ़े चार लाख जॉब कार्डधारक है, जिनमें से करीब 1.69 लाख एक्टिव है। वित्तीय वर्ष में श्रमिकों को सौ दिनों का रोजगार दिया जाता है। जिसके तहत 15024 को सौ दिनों का रोजगार दिए जाने का लक्ष्य रखा गया था। कार्य की प्रगति को जांचने में एमआईएस रिपोर्ट अनुसार अभी तक मात्र 420 श्रमिकों को ही रोजगार दिया जा सका है। असोथर, देवमई में एक भी श्रमिक को काम नहीं दिया गया तो बहुआ, तेलियानी व खजुहा में भी मात्र खानाप...