सहारनपुर, मई 6 -- भारतीय रेल देश की जीवनरेखा है और इस विशाल तंत्र के संचालन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं लोको पायलट। वे दिन-रात, मौसम और परिस्थितियों की परवाह किए बिना हजारों यात्रियों और मालगाड़ियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाते हैं। वहीं यह जिम्मेदारी जितनी बड़ी है उतनी ही उपेक्षा उनके अधिकारों और सुविधाओं के मामले में देखने को मिलती है। लोको पायलट भोजन अवकाश दिए जाने, लोकोमोटिव में एसी की सुविधा दिए जाने और लोकोमोटिव में शौचालय की सुविधा देने की मांग कर रहे हैं। हाई पावर कमेटी (एचपीसी) द्वारा कुछ सुझाव दिए हैं जो लोको पायलटों की दशा सुधारने की दिशा में सकारात्मक कदम माने जा सकते हैं। लेकिन ये सुझाव भी तभी प्रभावी होंगे जब इन्हें जमीन पर लागू किया जाए। सहारनपुर रेलवे स्टेशन का इतिहास करीब 155 साल पुराना है। करीब 153 यात्री और करीब ...