गुमला, जून 27 -- चैनपुर बजरंग प्रखंड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र कतारी कोना स्थित असुरटोली गांव में संचालित नव प्राथमिक विद्यालय की बदहाली सामने आई है। आदिम जनजाति बहुल इस गांव के विद्यालय में बच्चों को पोषणयुक्त मध्यान्न भोजन की जगह लगातार सिर्फ माड़-भात परोसा जा रहा है। पिछले दो माह से बच्चों को अंडा नहीं दिया गया है,जबकि सरकार के दिशा-निर्देश अनुसार महीने में आठ दिन अंडा दिया जाना अनिवार्य है।विद्यालय की रसोइया गुड्डी कुमारी ने बताया कि एक माह से कार्यरत होने के बावजूद शिक्षक ने एक बार भी अंडा नहीं मंगवाया। मेन्यू में भले ही पुलाव,भुजिया,फल,अचार जैसी चीजें दर्ज हों, मगर बच्चों की थाली में सिर्फ माड़-भात या पानीनुमा दाल मिल रही है। शैक्षणिक स्थिति भी बेहद खराब है। कक्षा पांचवीं के बच्चे न एबीसीडी जानते हैं, न ही राज्य, जिला, प्रखंड या प्रधान...
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