इस्लामाबाद, नवम्बर 30 -- असीम मुनीर की ताकत बढ़ाने पर पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी हो रही है। संयुक्त राष्ट्र में इसके लिए लताड़ लगने पर अब पाकिस्तान सफाई देने लगा है। जिनेवा में शुक्रवार को जारी एक बयान में मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा कि पिछले वर्ष के 26वें संशोधन की तरह नवीनतम संवैधानिक संशोधन को भी कानूनी समुदाय और नागरिक समाज के साथ व्यापक परामर्श और चर्चा के बिना अपनाया गया है। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में किए गए संशोधनों ने न्यायिक स्वतंत्रता को कमजोर किया है और सैन्य जवाबदेही को लेकर चिंताएं पैदा की हैं। क्या बोला पाकिस्तानअब पाकिस्तान ने इस पर सफाई दी है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि सभी संसदीय लोकतंत्रों की तरह, सभी कानून और संविधान में कोई भी संशोधन पाकिस्तान की जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के अ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.