नई दिल्ली, मार्च 11 -- हिंदू धर्म में शमी के पौधे का काफी महत्व माना गया है। भगवान शिव के पसंदीदा पौधों में से एक शमी के पौधे की हर शनिवार को पूजा भी की जाती है। ऐसा नहीं है कि शमी के पौधे का सिर्फ धार्मिक महत्व ही है। आयुर्वेद के अनुसार शमी के पौधे के कई औषधीय लाभ भी बताए गए हैं। बता दें, शमी के पौधे के तने की छाल का उपयोग गठिया, सामान्य सर्दी और बवासीर के इलाज में होता है। जबकि इसके फूल का उपयोग खून साफ करने और त्वचा रोग को ठीक करने के लिए किया जाता है। लेकिन समस्या तब हो जाती है जब लोग असली समझकर घर पर नकली शमी का पौधा ले आते हैं। अगर आप भी शमी के असली-नकली पौधे में फर्क करना नहीं जानते हैं तो ये खबर आपकी मदद कर सकती है। आइए जानते हैं क्या होती है असली शमी के पौधे की पहचान।ऐसे करें असली शमी और नकली शमी के पौधे की पहचानशमी के फूल असली श...
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