नई दिल्ली, जुलाई 12 -- असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को दावा किया कि कटाव प्रभावित और भूमिहीन लोगों को उनके मूल स्थानों से 200-300 किलोमीटर दूर उन इलाकों में बसाया जा रहा है, जहां हिंदू या असमिया मुसलमान बहुसंख्यक हैं। उन्होंने कहा कि इसके पीछे साजिश हो सकती है। सरमा ने यह भी कहा कि जिन जगहों पर उनकी सरकार ने अतिक्रमण वाली जमीन को खाली करने का अभियान चलाया था, वहां लोगों के इस तरह के पलायन से जनसांख्यिकीय संतुलन खतरे में पड़ रहा है। अतिक्रमण वाले स्थान से बेदखल किए गए ज्यादातर लोग बंगाली भाषी मुसलमान हैं। कहा कि इस तरह के पलायन से असम के लोग असुरक्षा से जूझ रहे हैं। इसलिए यह मुद्दा सिर्फ बेदखली का नहीं है, बल्कि इसमें हमें अल्पसंख्यक बनाने की एक छिपी हुई साजिश भी है।

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