नई दिल्ली, सितम्बर 30 -- रामनारायण श्रीवास्तव नई दिल्ली। असम विधानसभा चुनाव से पहले बोडो प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) के चुनाव में लगे झटके के बाद भाजपा अपने गठबंधन को नए सिरे से मजबूत करने में जुट गई है। बोडो क्षेत्र में भाजपा के लिए बीपीएफ से संबंध सुधारने का दबाव भी बढ़ा है। इसके अलावा उसे यूपीपीएल को भी साधे रखना होगा। असम विधानसभा चुनाव अगले साल अप्रैल में होने हैं। इसके पहले बीटीसी के चुनाव जिसे भावी चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था, उसमें भाजपा को बड़ा झटका लगा है। परिषद की 40 सीटों में बीपीएफ को 28 सीट मिली है और उसने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। भाजपा को पांच एवं इसकी सहयोगी यूपीपीएल को सात सीट ही मिल पाई। 2020 के चुनाव में भाजपा ने बीपीएफ के बजाय यूपीपीएल से तामलेल कर परिषद पर कब्जा किया था। तब बीपीएफ को 17 सीटें मिलने...