नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- नवरात्रि की अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन किया जाता है। जिसे कंजक पूजन भी कहा जाता है। कन्या पूजा का विशेष महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी 30 सितंबर और महानवमी 1 अक्टूबर को है। कन्या पूजन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि देवी की शक्ति, स्त्री सम्मान और आस्था का प्रतीक है। हिंदू धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि नवरात्रि व्रत बिना कन्या पूजन के अधूरा रहता है।अष्टमी और नवमी की तिथि एवं शुभ मुहूर्तअष्टमी तिथि पंचांग के अनुसार, इस वर्ष अष्टमी 29 सितंबर को शाम 4:31 बजे शुरू होगी और 30 सितंबर को शाम 6:06 बजे तक रहेगी।इस दिन कन्या पूजन के लिए दो मुख्य मुहूर्त हैं: सुबह लगभग 5:00 बजे से 6:12 बजे तक दूसरा मुहूर्त 10:40 बजे से 12:10 बजे तक। नवमी तिथि- नवमी तिथि 30 सितंबर की शाम 6:07 बजे शुरू होगी और 1 अक्टूबर को शाम 7:01...