मुजफ्फरपुर, जून 2 -- मुजफ्फरपुर। बच्चों को सुरक्षित स्कूल पहुंचाकर अभिभावकों को चिंतामुक्त करने वाले ऑटो चालक खुद चिंता में डूबे हैं। परेशानी का सबब एक नहीं, बल्कि अनेक है। इनका आरोप है कि स्टैंड में ठेकेदार के कारिंदे तो सड़क पर ट्रैफिक पुलिस अवैध उगाही करती है। आधी कमाई जुर्माना भरने में चली जाती है। रही-सही कसर महीनों भाड़ा लटका कर कुछ अभिभावक पूरी कर देते हैं। कोई ऐसा प्रशासनिक फोरम नहीं, जहां हमारी शिकायतें सुनी जाएं। बताया कि सुख-चैन से दो वक्त की दाल-रोटी को लेकर कुछ लोगों ने पाई-पाई जोड़ रिक्शा से ऑटो रिक्शा खरीदी। वहीं, कुछ कर्ज लेकर किस्त भरते हुए टेम्पो चला रहे हैं। न आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल रहा है और न दुर्घटना बीमा का। प्रशासन हमारी समस्याओं का समाधान करे तो हमारे हालात बेहतर हों। जिले में बच्चों को स्कूल से घर और घर से स्क...