गंगापार, दिसम्बर 4 -- स्थानीय प्रशासन की उपेक्षा और लापरवाही के चलते आम तालाब तो दूर, पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह के नाम से जुड़ा, मांडा राजमहल की रानी के नाम पर निर्मित 27 बीघे का रानी का तालाब अवैध कब्जों के चलते चार बीघे भी नहीं बचा है। अवैध कब्जा के चलते प्रस्ताव के बावजूद यह तालाब अमृत सरोवर नहीं बन पाया। विकास खंड मांडा से सटे मांडा खास ग्राम पंचायत में स्थित 27 बीघे के रानी के तालाब पर पिछले कुछ वर्षों में अवैध कब्जों की ऐसी प्रतियोगिता चली कि अब यह तालाब चार बीघे भी नहीं बचा हुआ है। इस तालाब को अमृत सरोवर बनाने का सारा सपना ग्राम पंचायत का असफल केवल इसलिए हो जाता है क्योंकि इस तालाब को स्थानीय प्रशासन अवैध कब्जों से मुक्त नहीं करा पा रहा है। कुछ वर्षों पहले तक इस तालाब को जिला पंचायत मत्स्य पालन और खेती के लिए पट्टे पर...