रामगढ़, मार्च 24 -- रामगढ़, निज प्रतिनिधि जैन धर्म के प्रवर्तक एवं प्रथम तीर्थकर भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक महोत्सव पर मानिक चंद जैन पूर्व अध्यक्ष श्री दिगंबर जैन मंदिर ने समाज के लोगों को बधाई देते हुए रविवार को कहा कि भगवान आदिनाथ का जन्म चैत्र कृष्ण पक्ष की नौवीं के दिन सूर्योदय के समय अयोध्या में हुआ था। उनके पिता राजा नाभि राय और माता रानी मरू देवी थीं। आदिनाथ भगवान को ऋषभ देव भी कहा जाता है। वह अवसर्पिणी काल के प्रथम दिगंबर जैन मुनि थे। वे ही खेती करना सिखलाया और उन्हीं के समय से अक्षर, गिनती का ज्ञान शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि जैन धर्म में, तीर्थंकर के जीवन में पांच कल्याणक होते हैं, जो जन्म, ज्ञान, तप, निर्वाण और मोक्ष को दर्शाते हैं। ऋषभदेव ने अहिंसा, संयम और तप के उपदेश दिए, जिससे समाज की आंतरिक चेतना को जगाया और विकास का ...