नई दिल्ली, दिसम्बर 9 -- एक साल में ही आम आदमी पार्टी और राजनीति को अलविदा कह देने वाले मशहूर कोचिंग टीचर अवध ओझा ने कहा है कि इसकी वजह उनकी अपनी ही कमजोरी है। अवध ओझा ने कहा है कि प्रैक्टिकल और थ्योरी में काफी अंतर होता है। उनका थ्योरी का पक्ष मजबूत है, लेकिन प्रैक्टिकल में कमजोरी की वजह से उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़ दी। ओझा ने कहा कि उन्हें लगा कि अभी और होमवर्क करने की जरूरत है। अवध ओझा पिछले साल 2 दिसंबर को आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। वह दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की छोड़ी पटपड़गंज सीट से चुनाव लड़े पर भाजपा प्रत्याशी रवि नेगी से मुकाबला हार गए। चुनाव के बाद से ही वह पार्टी की गतिविधियों से दूर होते चले गए और पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के साथ ही राजनीति भी छोड़ने की घोषणा कर दी।प्रैक्टिकल की कमी रह गई: अवध ओझा एक ...