नई दिल्ली, नवम्बर 21 -- लाल किले पर आतंकी हमले के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच के दायरे में है। अब पता चला है कि यह विश्वविद्यालय अपने अल्पसंख्यक दर्जे के कारण केंद्रीय योजनाओं का लाभार्थी रहा है। इसे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय से छात्रवृत्तियां और AICTE से फंडिंग मिली है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने कई बार संस्थान के पक्ष में फैसला सुनाया। हालांकि, अल-फलाह को यूजीसी का 12(B) दर्जा नहीं मिला है, जिससे केंद्रीय फंडिंग आती है। लेकिन, कई अन्य योजनाओं का लाभ इसे मिलता रहा है। यह भी पढ़ें- कोयला खनन को लेकर बंगाल में 24 ठिकानों पर ED का छापा, कैश और गहने बरामद 2016 में अल-फलाह यूनिवर्सिटी को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय से 10 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली, जो 2015 में 2600 छात्रों के लिए 6 करोड़ रुपये थी। 2015 में अखिल भारतीय त...