फरीदाबाद, नवम्बर 21 -- दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट के बाद से चर्चा में आई फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉ. निसार उल हसन की नियुक्ति से जुड़ा विवाद भी गुरुवार को सामने आया है। छात्रों के अनुसार निसार की नियुक्ति के समय ही सोशल मीडिया पर कई गंभीर सवाल उठे थे। अभिभावकों और छात्रों के एक वर्ग ने यह कहते हुए विरोध दर्ज कराया था कि जिस डॉक्टर निसार को देश की एकता और अखंडता के लिए घातक बताते हुए जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार द्वारा करीब डेढ़ साल पहले बर्खास्त किया था। उसके खिलाफ जम्मू-कश्मीर में एक मुकदमा दर्ज है, उसकी नियुक्ति पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए था। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उस समय मामले को नजरअंदाज करते हुए उसे अपने फैकल्टी में शामिल कर लिया था। अब जब दिल्ली धमाके के बाद सुरक्षा और संदिग्ध पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को लेकर चिं...