अमरोहा, जून 29 -- रसूल के नवासे हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके 71 साथियों की शहादत के सिलसिले से कस्बे में मजलिसों का सिलसिला जारी है। देर रात इमामबारगाह पीर जी मुस्तकीम अली में मजलिस हुई, जिसमें सोजखुवानी डा. लईक हैदर बाकरी और हमनवा ने की। मजलिस को ईरान से तशरीफ लाए मौलाना सैयद मुताहिर हुसैन रिजवी ने खिताब करते हुए कहा अल्लाह की रस्सी को मजबूती से पकड़े रहो, तो हर समस्या का समाधान हो जाएगा। अल्लाह की रस्सी का मतलब है कि अल्लाह की किताब कुरान और एहलेबैत। इन दोनों का दामन कभी मत छोड़ो। जो इंसान इस्लामी तौर तरीके से जिंदगी गुजारता है वो दुनिया और आखिरत में कामयाबी पाता है। आपस में तिफरका मत डालो। सभी मिल-जुलकर रहो। एक दूसरे से ईर्ष्या मत करो। मौलाना ने आखिर में हजरत हुर के मसाएब पढ़े, जिसे सुनकर अजादारों ने मातम बरपा किया। नोहे सुहैल अब्ब...