अल्मोड़ा, नवम्बर 9 -- अल्मोड़ा, संवाददाता। दीनद‌याल पार्क में रविवार को कुमाऊं वन श्रमिक संघ की बैठक हुई। रविवार को हुई बैठक में वन श्रमिकों ने कहा कि वन विभाग में कार्यरत वन श्रमिक चार दशक से कार्य कर रहे हैं, लेकिन आज तक उनका विनियमितीकरण नहीं हो सका है। नवम्बर 2023 तक श्रमिकों को न्यूनतम वेतन के साथ महंगाई भत्ता दिया जा रहा था, लेकिन शासन की ओर से महंगाई भत्ते पर रोक लगा दी गई है। जो कि न्यायसंगत नहीं है। साथ ही कहा कि कुछ वन श्रमिकों को अभी भी न्यूनतम वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। जबकि वह पिछले 10-12 सालों से लगातार कार्य कर रहे हैं। शासन की ओर से 45 सौ रुपये बोनस देने की घोषणा की गई है। इसके बाद भी वन श्रमिकों को मात्र 1184 रुपये ही बोनस दिया जा रहा है। यहां उत्तम सिंह राणा, शिवराज सिंह, चंद सिंह, हरीश चंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह पूना, ...