पूर्णिया, जून 21 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के तहत वर्ष 2013-14 से लेकर 2021-22 तक करीब 37 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया। परन्तु सबसे बड़ी विडंबना यह है कि अधिकांश लाभार्थियों ने आज तक एक किस्त भी जमा नहीं की है, जिससे सरकार को योजना बंद करनी पड़ी। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी को अधिकतम पांच लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता था। नियम के अनुसार, ऋण प्राप्त करने के तीन माह बाद से ही 5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर के साथ तीन माह पर किस्त जमा करना अनिवार्य था। मगर हकीकत यह है कि अधिकांश लोगों ने पहली किस्त तक नहीं लौटाई। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग अब सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। विभागीय स्तर पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 जून तक सभी ऋणधारकों को बकाया राशि जमा करनी होगी। ऐसा नहीं करने...