रांची, दिसम्बर 17 -- आशीष तिग्गा रांची। राज्य में अल्पसंख्यकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं हैं, लेकिन वर्ष 2016 से अब तक (9 वर्ष) झारखंड में करीब 50 अल्पसंख्यक मॉब लिचिंग (भीड़ हिंसा) की भेंट चढ़ चुके हैं। इस संबंध में यूनाइटेड मिल्ली फोरम झारखंड ने पिछले नौ वर्ष में अल्पसंख्यक समुदायों पर हुई नफरती हिंसा का तथ्यात्मक अध्ययन किया है। पता चला कि मुस्लिम समुदाय ही नहीं, ईसाई और हिंदू समाज के लोग भी इसकी चपेट में आए हैं। वहीं, ईसाईयों पर हो रहे अत्याचार मामले में ईसाई एक्टिविस्ट संदीप उरांव ने भी आंकड़े जुटाए हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो 2025 में ईसाई के खिलाफ प्रताड़ना कम हुई, पर इसी साल 36 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं। इसमें ईसाई समाज से जुड़ी महिलाओं पर अत्याचार, मारपीट, गंभीर चोट, प्रार्थना में बाधा, हेट स्पीच, सामाजिक बहिष्कार, कार्यक्रम को ...