खगडि़या, नवम्बर 21 -- अलौली । एक प्रतिनिधि प्रशासनिक निर्देश के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मुख्य गेट के पास काफी देर तक रुककर डीजे बजाया जाता है। किसी भी उत्सव में डीजे की धमक अस्पताल में भत्र्ती मरीज एवं प्रसव पीड़ा से परेशान गर्भवती को बेचैन कर देता है। जिस पर ना तो स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा कोई पहल होती है और ना ही अस्पताल की सुरक्षा में लगे दर्जन से अधिक कर्मियों द्वारा परिसर के पास डीजे को बंद कराया जाता है। ना ही आवाज को धीमी करायी जाती है। उसके स्थान पर सुरक्षा गार्ड भी डीजे का आनंद लेते देखे जाते हैं। पुलिस प्रशासन कई वर्षो से डीजे बजाने पर रोक की बात तो करते हैं, परन्तु आज तक उक्त निर्देश का पालन होते नहीं देखा गया है। इतना तो प्रशासन एवं प्रबंधक द्वारा किया जा सकता है कि सार्वजनिक स्थल एवं अस्पताल परिसर में डीजे बजाने प...