नई दिल्ली, अगस्त 15 -- अमेरिका और रूस के बीच अलास्का में होने वाली अहम शिखर वार्ता से पहले रूस और चीन ने संयुक्त सैन्य गतिविधियों से कड़ा संदेश भेजा है। संयुक्त नौसैनिक अभ्यास, खुफिया जहाजों की गतिविधियां और रणनीतिक ठिकानों के पास मौजूदगी ने इस बैठक के माहौल को और संवेदनशील बना दिया है। जापान के निकट रूसी और चीनी नौसेनाओं ने बड़े पैमाने पर संयुक्त युद्धाभ्यास किया, जिसमें निगरानी, मिसाइल-रोधी संचालन और समुद्री नाकेबंदी जैसी गतिविधियां शामिल थीं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सीधे तौर पर अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों (जापान और दक्षिण कोरिया) के लिए एक संदेश है कि मॉस्को और बीजिंग अब सैन्य स्तर पर भी अधिक समन्वय में हैं। इसके अलावा, जापान के पास रूसी खुफिया जहाजों की आवाजाही बढ़ी है, जिसे अमेरिका-समर्थक सुरक्षा विश्लेषक अलास्का वार्ता से प...