वाराणसी, जून 30 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। माह-ए-मोहर्रम की तीन तारीख को शहर में तीन जगह से अलम, दुलदुल और ताबूत का जुलूस निकाला गया। इसकी जियारत के लिए सैकड़ों लोग जुटे थे। इस दौरान अलग-अलग अंजुमनों ने नौहा-मातम किया। पहला जुलूस औसानगंज नवाब की ड्योढ़ी से निकला। मेंहदी बख्त के संयोजन में अलम, दुलदुल का जुलूस निकला। जियारत के लिए बड़ी संख्या में मर्द और ख्वातीन मौजूद रहे। प्रो. अजीज हैदर ने मजलिस को खिताब किया। अंजुमन जव्वादिया पितृकुंड जुलूस के साथ नौहा मातम करते चल रही थी। मरहूम बशारत हुसैन के पुत्र और पौत्र शहनाई पर गम का नजराना पेश किया। रास्ते में अंजुमन हुसैनिया ने भी नौहा मातम किया। दूसरा जुलूस शिवाला में हाजी आलिम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से निकला। जो हरिश्चंद्र घाट के पास कुम्हार के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हुआ। हाजी अंसार हु...