पीलीभीत, दिसम्बर 6 -- पीलीभीत। इस बार अलग-अलग रेंज या क्षेत्र नहीं बल्कि एक साथ पेपरलेस गणना का काम किया जाएगा। ग्रिड बनाकर तकनीक की सहायता के साथ बाघों की गणना को मई माह से पहले पूरा कर इसे संकलित कर डाटा देहरादून भेजा जाएगा। पांच डिवीजनों के अधिकारियों की दो दिवसीय बाघ गणना का पहला सत्र शुक्रवार को मुस्तफाबाद में शुरू हो गया। यहां डीएफओ मनीष सिंह और भरत कुमार डीके ने मेजबानी करते हुए सहारनपुर, बिजनौर, नजीमाबाद समेत अन्य वन एवं वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों के पहले सत्र का शुभारंभ किया। इसमें बताया गया कि इस बार की गणना हर बार से अलग है। अलग-अलग रेंज से इतर इस बार एक साथ बाघ गणना होगी। बिना कागजी कोरम के एप और तकनीक के सहारे इसे एक्यूरेसी देना चुनौती है। शुक्रवार से यहां शिवालिक समेत पांच डिवीजनों के वन अफसरों के पहुंचने से जंगल का एक्सप...