रामपुर, सितम्बर 13 -- रामपुर से फरार एक्सरे टेक्नीशियन अर्पित सिंह के खिलाफ निदेशालय से जांच चल रही है। जांच में उसकी नियुक्ति संबंधी दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। अर्पित फर्जी है या सही, यह शासन से ही स्पष्ट होगा। अर्पित के फर्जी पाए जाने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। अर्पित सिंह ने रामपुर में नौ साल तक नौकरी की है। सात साल तक बिलासपुर सीएचसी में तैनात रहा। इसके बाद जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में एक्सरे टेक्नीशियन के रूप में तैनात हुआ। उसको हर माह 61 हजार रुपये वेतन मिल रहा था। भर्ती प्रक्रिया में हुए घोटाले के बाद से अर्पित सिंह फरार चल रहा है। इसकी जांच निदेशालय से कराई जा रही है। स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसमें कुछ भी कहने से बच रहे हैं। जानकारी मिली है कि अर्पित सिंह के जो दस्तावेज लखनऊ भेजे गए थे, उनका नए सि...