नई दिल्ली, मार्च 18 -- नई दिल्ली। अपनी जीत के तुरंत बाद दुनिया में टैरिफ युद्ध छेड़ने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अब अपना ध्यान अमेरिकी डॉलर पर केंद्रित कर दिया है। उनका मानना है कि अमेरिका के विनिर्माण संकट के लिए मजबूत डॉलर दोषी है। अब वह इसे ठीक करना चाहते हैं। अमेरिकी पूंजी बाजारों की मजबूती ने निवेशकों के लिए डॉलर को एक सुरक्षित दांव बना दिया है। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि दुनिया के केंद्रीय बैंकों के भंडारों में 59% हिस्सा डॉलर का है। यह नहीं, वैश्विक व्यापार का लगभग आधा हिस्सा अमेरिकी डॉलर के जरिये होता है। जनवरी के मध्य में, ब्लूमबर्ग डॉलर इंडेक्स ने 109.96 के कई साल के शिखर को छुआ था। जनवरी से अब तक, डॉलर इंडेक्स 5.7% गिरकर 103.72 पर आ गया है। इसके कारणों को तलाशना बहुत मुश्किल नहीं है। ट्रंप की शुल्क थोपने वाली घ...