भोपाल, अगस्त 22 -- मध्य प्रदेश में कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी को परिवार की ओर से तय किया गया रिश्ता मंजूर नहीं था। इसके लिए उसने जो कुछ किया उससे ना सिर्फ परिवार के लोग बेहद चिंतित रहे बल्कि करीब 70 पुलिसकर्मी 13 दिन तक दिन-रात दौड़ते रहे। रेलवे स्टेशन, ट्रेन, जंगल, पटरी, शहर-शहर, गांव-गांव... सब जगह अर्चना की तलाश की गई। 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के घंटों फुटेज खंगाले गए। बाद में पता चला कि अर्चना तो अपने करीबी दोस्त सारांश जैन के साथ नेपाल में जाकर छिपी बैठी थी। जीआरपी ने कड़ी मशक्कत के बाद अर्चना को बरामद किया और परिवार के हवाले कर दिया है। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि क्या अर्चना तिवारी और सारांश को इन हरकतों के लिए कोई सजा भी मिलेगी? भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पुलिस अधीक्षक राहुल कुम...