नई दिल्ली, नवम्बर 24 -- अरुणाचल प्रदेश की निवासी पेमा वांग थोंगडोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर खुलासा किया कि 21 नवंबर को शंघाई पुडोंग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चीनी इमिग्रेशन अधिकारियों ने उन्हें लगभग 18 घंटे तक हिरासत में रखा और प्रताड़ित किया। इस घटना के बाद भारत की ओर से चीन को सख्त लहजे में करारा जवाब दिया गया है। कहा गया कि भ्रम में न रहे, अरुणाचल हमारा है। सूत्रों की माने तो घटना के तुरंत बाद भारत ने बीजिंग और नई दिल्ली में चीनी पक्ष के सामने कड़ा विरोध दर्जा कराया और शिकागो-मॉन्ट्रियल कन्वेंशन याद दिलाया।क्या है पूरा मामला महिला के अनुसार, अधिकारियों ने उनके भारतीय पासपोर्ट को अवैध घोषित करते हुए रोक लिया और दावा किया कि उनका जन्मस्थान अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है, इसलिए पासपोर्ट वैध नहीं है। इसके बाद शंघाई स्थित भारतीय वा...