दिल्ली, जून 24 -- दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के भविष्य पर भी सवाल उठने लगे थे। खुद पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल के लिए नई दिल्ली सीट बचाना मुश्किल हो गया। इस हार ने केजरीवाल के साथ उनके साथी दिग्गज नेताओं का चुनावी भविष्य भी संकट में डाल दिया था। जिस दिल्ली से केजरीवाल और उनकी पार्टी ने अपने राजनीतिक युग की शुरुआत की,उसे वहीं ऐसी हार देखनी पड़ी। अब साढ़े 4 महीने के सूखे के बाद 23 जून का दिन आम आदमी पार्टी के लिए मॉनसूनी फुहार से कम नहीं है। पंजाब के लुधियाना पश्चिम और गुजरात की विसावदर सीट पर जीत ने पार्टी के अंदर उत्साह का संचार कर दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूरी बना चुके केजरीवाल खुद कल कैमरे के सामने आए और इस जीत पर उम्मीदवारों को बधाई दी,लेकिन इस जीत के बीच एक पेच है जो फंस गया है और वह है राज्...
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