भागलपुर, मार्च 9 -- फारबिसगंज, एक संवाददाता। अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाकर जो हमें बचने-बढ़ने का सही पथ दिखाए वही होतें हैं सद्गुरु और वे युग, काल और समय के अनुसार नर तन देह धारण कर युग के अनुसार सरल विधान देतें हैं,और वे ही होते हैं पुरुषोत्तम और वर्तमान के पुरुषोत्तम हैं श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचंद्रजी। उक्त बातें परमप्रेममय श्रीश्रीठाकुर के मंदिर सह सत्संग केंद्र में परमप्रेममय श्रीश्रीठाकुर अनुकूल चंद्रजी क़े 137 वें जन्म महोत्सव में कटिहार से आगत बालमुकुंद चौधरी उर्फ़ मिस्टर दा ने आयोजित धर्मसभा में अपने संबोधन में कही। वहीं सिलीगुड़ी क़े सुदीप धर ने उपस्थित माताओं, युवाओं एवं गुरु भाइयों को डीपी वर्क प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रत्येक घर जाकर श्रीश्रीठाकुर जी का प्रेम का संदेश देने एवं लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया। इससे पू...