भागलपुर, जून 25 -- फारबिसगंज, निज संवाददाता। कभी-कभी कुछ हादसे सिर्फ मौत नहीं लाते, बल्कि पूरा परिवार और मुहल्ले को भी झकझोर देता है। ऐसा ही कुछ फारबिसगंज के मटियारी में तब देखने को मिला, जब घर से महज 300 मीटर की दूरी पर नरेश पासवान की लाश झाड़ियों में पड़ी मिलऔर घरवालों को खबर तक नहीं चली,अनजान बने रहे। सुबह का वक्त था। एबीसी नहर के किनारे रोज की तरह हलचल थी, लेकिन माजरा कुछ अलग दीख रहा था। झाड़ियों के बीच एक लाश पड़ी थी। चेहरा जमीन की ओर झुका था और पैंट-शर्ट पहने हुए यह शख्स कोई आम राहगीर लग रहा था। देखने वाले ठिठकते रहे, मगर कोई उसके चेहरे को उलटकर देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। घंटों तक यह लाश अनजान बनी रही। लोग जमा हुए, बातें हुईं, लेकिन कोई पहचान नहीं पाया। तभी पुलिस आई और लाश के पास पड़े मोबाइल को उठाया। मोबाइल बंद था-शायद किसी ने...