भागलपुर, मई 23 -- फारबिसगंज, एक संवाददाता। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट) के द्वारा अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर जारी पांच दिवसीय प्रस्तावित हड़ताल के चौथे दिन शुक्रवार को आशा और आशा फैसिलिटेटर ने स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल के मुख्य द्वार पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता संध की अध्यक्षा रीना कुमारी ने कहा की हमारी सात सूत्री मांग है। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को पुरस्कार नहीं बल्कि राज्यकर्मी का दर्जा मिले। इसके साथ ही सभी आशा और फैसिलिटेटरों को 10 हजार मासिक वेतन,कोरोना महामारी में मृत आशा कार्यकर्ताओं के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा, सभी आशा फैसिलिटेटरों को पेंशन योजना बहाल की जाये एवं सभी को 10 हज़ार रुपये कोरोना भत्ता दिया जाए। क्योंकि आशा कार्यकर्ता कोरोना महामारी के दौरान भी ड्यू...