अयोध्या, नवम्बर 21 -- अयोध्या में राम मंदिर पर ध्वजारोहण की भव्य तैयारियों के बीच दिव्यता और सांस्कृतिक गौरव का अद्भुत संगम बन गया है। गुरुवार की शाम के समय प्रकाश की सतरंगी किरणों से नहाया 'जगद्गुरु आद्य शंकराचार्य द्वार नं 11' ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो अयोध्या स्वयं एक नए स्वर्णिम युग का स्वागत कर रही हो। चारों ओर फैली रौशनी और सूक्ष्म शिल्प वाली यह भव्य संरचना रामनगरी की आध्यात्मिक शान को और ऊँचाई दे रही है। अयोध्या में राम मंदिर के चारों प्रमुख द्वार अब भारत की महान संत परंपराओं को समर्पित कर दिए गए हैं। यह नामकरण उत्तर और दक्षिण भारत के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समन्वय का अनूठा प्रतीक बन गया है। दक्षिण द्वार- जगद्गुरु शंकराचार्य द्वार,दक्षिण-पूर्व द्वार -जगद्गुरु माधवाचार्य द्वार,उत्तर द्वार-जगद्गुरु रामानुजाचार्य द्वार व सुग्रीव किल...
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