अयोध्या, नवम्बर 5 -- भदरसा संवाददाता। योगिराज भरत की तपोस्थली भरतकुण्ड पर आयोजित नौ दिवसीय नंदीग्राम महोत्सव के अंतिम दिन राम और भरत का मिलन हुआ। यह मिलन देख लोग भावुक हो गए। अंतिम दिन कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। कथा वाचिका पं. आस्था अवध बिहारी दासी ने राम और भरत के मिलन की कथा सुनायी। उसी आधार पर राम और भरत तथा अन्य के स्वरूप धारण किये कलाकार अपने अभिनय का मंचन करते रहे। कथा के अनुसार दूत के रुप में हनुमान ने पुष्पक नगर पुहंपी में विमान उतरने की सूचना नन्दीग्राम भरतकुंड पहुंच दी तो यह समाचार सुन भरत आहलादित हो गए और सब-कुछ भुलाकर राम से मिलने के लिए दौड़ पड़े। उधर श्रीराम के दिल में योगीराज भरत से मिलने की उत्सुकता रही। दोनों भाइयों का मिलन देख लोग भाव-विभोर हो उठे। देर रात तक चले सांस्कृतिक संध्या में बिहार की गायिका आल्या श्रीव...