मेरठ, अगस्त 20 -- अमेरिका से मित्रता, शत्रुता से अधिक खतरनाक है। हेनरी किसिंजर के इस कथन का हवाला देते हुए सीसीएसयू कैंपस के राजनीति विज्ञान विभाग में दीपांशी ने भारत-अमेरिका संबंध और ट्रम्प प्रशासन की व्यापार नीति पर इसी तरह से चर्चा की शुरुआत की। खुशी ने कहा कि भारत के पास अनेक व्यापारिक विकल्प हैं और वह वैश्विक मंच पर सशक्त भूमिका निभा सकता है। सृजन अवस्थी ने पुनः चीन की अविश्वसनीयता पर बात की। सिल्की ने ट्रम्प-बोल्सोनारो समझौते पर अपनी विचार रखे। चर्चा में निष्कर्ष निकला कि भारत को केवल अमेरिका पर निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि बहुस्तरीय संबंधों को प्राथमिकता देनी चाहिए। विभागाध्यक्ष प्रो.संजीव कुमार शर्मा ने छात्रों को वर्तमान वैश्विक स्थितियों पर नजर रखने और इनके विश्लेषण को प्रोत्साहित किया। गोहर जन्नत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों...
		
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