नई दिल्ली, मार्च 9 -- अमेरिका से निकाले जाने के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी पनामा में फंस गए थे। लोग कागज के टुकड़ों पर संदेश लिखकर और इशारों से मदद की गुहारल गा रहे थे। होटल को ही हिरासत केंद्र में बदल दिया गया और एशियाई देशों के बहुत सारे लोग इसी में फंस गए। कई हफ्तों तक चले मुकदमों और मानवाधिकार आलोचना के बाद पनामा ने अमेरिका से निर्वासित किए गए अनेक प्रवासियों को शनिवार को रिहा कर दिया जिन्हें एक दूरदराज के शिविर में रखा गया था। इसने कहा कि इन लोगों के पास यह देश छोड़ने के लिए 30 दिन का समय है। निर्वासन में तेजी लाने के प्रयास के तहत अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने पनामा तथा कोस्टा रिका के साथ एक समझौता किया था। इसी समझौते के तहत अमेरिका से अवैध प्रवासियों को इन देशों में निर्वासित किया गया जिनमें अधिकतर एशियाई देशों से हैं। इस समझौते ने ...