वॉशिंगटन, मार्च 28 -- डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पिछले इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले छात्रों को डिपोर्ट कर दिया था। अब ट्रंप प्रशासन इससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए फैसला लेने वाला है कि हमास की विचारधारा का समर्थन करने वाले युवाओं को एंट्री ही न दी जाए। अमेरिका में मिडल ईस्ट से भी बड़ी संख्या में लोग हर साल पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं। इनमें बड़ा आंकड़ा ऐसे लोगों का भी होता है, जो फिलिस्तीन और हमास के समर्थक होते हैं। ऐसे में इन लोगों को एकजुट होने से रोकने और विरोध को मजबूत होने से रोकने के लिए ट्रंप प्रशासन एंट्री पर ही बैन की तैयारी कर रहा है। कॉलेजों में एडमिशन से पहले पूरी स्क्रूटनी की जाएगी। यदि किसी छात्र को हमास का समर्थक पाया गया तो उसे एंट्री नहीं दी जाएगी। उनके इस फैसले का भी एक वर्ग विरोध कर रहा है। उनका कहना है कि डो...